पान के छीटे जो पड़े बुरा ना मानिए ज़माना रंगीन है,
इससे तो आप लग रहें,
हसिनाओं से भी हसीन है,
जहाँ खेली जाती है होली,
यह वो सरज़मीन है,
पान के छीटे जो पड़े बुरा ना मानिए ज़माना रंगीन है ।
लोग आपको देख कर ईष्या से जल जाएंगे
नया फैसन समझ के इसे भी अपनाएंगे,
फिर ड्रेस डिजाइनर में आपका नाम भी प्रचलित होगा,
कौन मुर्ख आपको देख कर ना विचलित होगा,
आप तो बेहतर थे हीं,
पर इससे लग रहे और भी बेहतरीन है
पान के छीटे जो पड़े बुरा ना मानिए ज़माना रंगीन है ।
Nishikant Tiwari
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Monday, August 13, 2007
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