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न तेरा इन्तजार होता -heart touching love poem in hindi for girlfriend

 

ऐसी कहाँ मेरी किस्मत
कि आपका प्यार हमें मिलता
बस इतनी सी है ख्वाइश
कि दीदार आपका मिलता |

ये नज़रे मिल जाए नज़रों से
ऐसी कैसे करे हम हिमाकत
छुप छुप कर देखते है
दिल पे इख्तियार नहीं होता |

बहुत चाहता हूँ मैं तुमको
अगर ये भी कोई खता है
तुम खुद जो उसे देती
हर उस सज़ा का इंतज़ार होता |

बेबस दिल है मेरा
नादान भी बड़ा है
नहीं जानता प्यार क्या है
कैसे इसका कारोबार होता |

रहम जो इस दिल पे करती
थोड़ा कम सजती - सँवरती
थाम लेता मैं इसको
ये न यूं बीमार होता |

मेरा इश्क़ इतना मासूम है
छुरी से जिस्म पर लिखता आपका नाम है
आती कभी जो मेरे महफ़िल
तुमको ऐतबार होता |

करम इतना सा मुझपे करती
भ्रम मेरा ये तोड़ देती
फिर घुट-घुट के यो न जीते
न तेरा इन्तजार होता !!

 
 
Aisi kaha thi kismat
ki aapka pyaar hame milta
bas itni si hai khwaish ki
didar aapka milta
ye nazare mil jayen nazaron se
aisi kaise kare hum himakat
chhup chhup ke dekhte hain
dil pe nahi ikhtiyaar hota
chahta hoon tumko
agar ye bhi koi gunah hai
khud jo aap deti
har us saja ka intzaar hota
bebas dil hai mera
naadan bhi bada hai
nahi jaanta pyaar kya hai
kaise iska karobaar hota
raham thoda is dil pe karti
thoda kam jasati sawarti
thaam leta isko
ye yon na bimaar hota
ye ashik bada nadan hai
chhuri se jism pe naam aapka likhta hai
aati kabhi jo mere mehfil
tumko bhi aitbaar hota
karam ye itna karti
bhram ye mera thod deti
yon na ghut ghut marte
naa koi intzaar hota
 
 
By Nishikant Tiwari

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