तंग दिल - Pyar bhari kavita for boyfriend https://www.youtube.com/watch?v=49ZvZrWqgeY हाँ , ये तो मुझे मालूम है कि, तुम मुझे चाहते हो , पर क्या प्यार भी करते हो ? देखती हूँ रोज़ उस पुलिया पर, मेरा इंतज़ार भी करते हो , कभी बोलते - टोकते क्यों नहीं ? क्यों मेरा और खुद का तिस्कार करते हो ? तुमने मुझे बस पुलिया से गुजरते देखा , पर तुम्हे क्या पता मैं किस दौर से गुजर रही हूँ , मैं चलती कहीं, जाती कहीं हूँ , बस घंटो नदी को निहारने से प्यास नहीं बुझती , धूप कड़ी है, तम्मनाएँ उड़ रही है भाप की तरह।, काश, हम भी तंग दिल हो जाते, आप की तरह !! Pyar bhari kavita for boyfriend - Tang Dil by Nishikant Tiwari for other Pyar bhari kavita (प्यार भरी कविता )